अगर आप भी करते हैं हंस-हंस कर बातें, तो हो जाइए सावधान, वरना आप भी हो सकती हैं कोरोना संक्रमित

कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। प्रतिदिन कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रहा है। वहीं, कई मरीज ठीक होकर अपने घर भी लौट रहे हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक होकर अपने घर पहुंचे पत्रकार और 83 मैराथन रेस में भाग ले चुके 51 साल के एनिक जेसडानन को देखकर लगा कि उन्होंने कोरोना से जंग जीत ली है। तभी अचानक एक दिन फिर उनके फेफड़ों में संक्रमण फैल गया और उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि उनकी मौत हो गई। इन 13 घंटों के दौरान वह कभी हंसते थे, तो कभी वहां मौजूद डॉक्टरों से बात करते थे। उन्हें देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता था कि वह इस दुनिया को इतनी जल्दी अलविदा कह देंगे।
ये केवल एनिक जेसडानन की कहानी नहीं है। अमेरिका में कई ऐसे केस देखे जा रहे हैं, जिसमें मरीज कोरोना से संक्रमित होने के बाद देखते ही देखते मौत के मुंह में चला जाता है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने कभी भी इस तरह की बीमारी नहीं देखी। उन्होंने कहा कि हमें अब खुद समझ में नहीं आ रहा है कि इस बीमारी से छुटकारा कैसे पाया जा सकता है।
न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई अस्पताल की नर्स डायना टोरेस बताती हैं कि हम सोचते हैं कि मरीज अब ठीक हो रहा है। मरीज के ठीक होने पर सबसे ज्यादा खुशी हमें ही होती है, लेकिन अचानक कुछ ऐसा होता है कि मरीज अपना होश खो देता है।’ टोरेस ने कहा कि हम जैसे ही मरीज को कुछ देर के लिए छोड़ते हैं वह मौत की आगोश में चला जाता है। मरीज हमसे बात करते रहते हैं और देखते ही देखते उनकी मौत हो जाती है।
कोलंबिया विश्वविद्यालय के इरविंग मेडिकल सेंटर के मुख्य सर्जन डॉ. क्रेग स्मिथ के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीजों पर अब वेंटिलेटर का भी असर नहीं दिख रहा है। कोरोना संक्रमित मरीज औसतन दो हफ्ते वेंटिलेटर पर बिता रहा है, इसके बावजूद एक झटके में उसकी जान चली जा रही है।