गृह मंत्रालय का मुसलमानों के लिए बड़ा बयान, कहा-‘रोहिंग्या मुसलमानों और तबलीगी जमात के बीच…’

पूरा विश्व कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया है। लेकिन दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमातियों का इतनी बड़ी संख्या में इकट्ठे होने के बाद से सरकार की चिंता और बढ़ गई है। पुलिस प्रशासन की टीमें लगातार जमातियों को पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही हैं। साथ ही, पुलिस और डॉक्टर्स की टीमों पर लगातार हमले भी हो रहे हैं। इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है।
मामले को लेकर गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखकर कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों और तबलीगी जमात के बीच कनेक्शन की जांच की जाए, रोहिंग्या मुस्लिम और उनके परिचितों का भी कोरोना वायरस टेस्ट होना चाहिए, गृह मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इनके संबंध में हर हाल में जरूरी कदम उठाए जाएं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे अपने क्षेत्र में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों की कोविड-19 जांच कराए, क्योंकि इनमें से कई दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
खबरों के मुताबिक, दिल्ली के श्रम विहार और शाहीनबाग इलाके में रह रहे रोहिंग्या भी तबलीगी जमात के कार्यक्रम में गए थे, लेकिन वे वापस अपने शिविरों में नहीं लौटे हैं। राज्यों से किए गए संवाद में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि इसलिए रोहिंग्या मुसलमानों और उनके संपर्क में आने वालों की कोविड-19 जांच कराने की जरूरत है और इसी के अनुरूप प्राथमिकता के आधार पर कदम उठाने की जरूरत है।