जानें…CM योगी द्वारा उत्तर प्रदेश में अजान पर बैन लगाने की क्या है सच्चाई?

देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया है। वहीं, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं। लॉकडाउन के बीच मुसलमानों का पवित्र रमजान का महीना शुरू हो चुका है और इसी बीच योगी सरकार द्वारा अजान बैन करने की खबरें सामने आई हैं। ये खबरें सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही हैं और कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने मस्जिदों से अजान पर पाबंदी लगा दी है। हालांकि यह दावा बेबुनियाद है, यूपी सरकार की ओर से अजान पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में रमजान के दौरान मस्जिदों से अजान पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है। हालांकि, मस्जिदों में नमाज पढ़ने को लेकर रोक जरूर है। उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा है कि अजान को लेकर सरकार ने किसी तरह की पाबंदी नहीं लगाई है। वहीं, राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने भी अजान पर पाबंदी की खबरों का खंडन किया। उन्होंने कहा, ‘हर जगह अजान हो रही है। मस्जिद में जो भी मौलवी रहते हैं, वह समय पर अजान देते हैं। अजान मुस्लिम समुदाय के लिए नमाज, सेहरी और इफ्तार के समय को बताने का एक कॉल होता है, इस पर पाबंदी का सवाल ही नहीं उठता है।’
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के पीआरओ अभय नाथ त्रिपाठी ने भी इस बात की पुष्टि की है कि धीमी आवाज में सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए मस्जिद से अजान किए जाने पर किसी तरह की पाबंदी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिसकर्मी लगातार धर्मगुरुओं के माध्यम से और निजी तौर पर मुस्लिमों से अपील कर रहे हैं कि वे ऐहतियात बरतें और घरों में रहकर ही नमाज पढ़ें।
वहीं, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में अजान पर पाबंदी लगाई गई है। जिले के डीएम ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि हमें सरकार की ओर से अजान की अनुमति दिए जाने का कोई निर्देश नहीं मिला है, जिसके चलते बैन लगाया गया है।’ वहीं, मामले में राज्यमंत्री मोहसिन रजा का कहना है कि गाजीपुर में जिलाधिकारी ने ऐसा फैसला क्यों लिया, इसकी जांच की जाएगी। शासन की ओर से अजान पर किसी तरह की पाबंदी नहीं है और इसे लेकर केवल भ्रम फैलाया जा रहा है।