तबलीगी जमातियों ने क्वारंटीन से भागने के लिए अस्पताल का तोड़ा गेट

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी। जिसके बाद आसार लगाए जा रहे थे कि देश में कोरोना के संक्रमण को रोका जा सकता है। लेकिन दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में तबलीगी जमातियों का इतनी बड़ी संख्या में इकट्ठे होने के बाद से माना जा रहा है कि देश में कोरोना का संक्रमण बहुत ही तेजी से फैला है।
वहीं, बात करें पाकिस्तान की तो पाकिस्तान में तब्लीगी जमात के कोरोना संक्रमित लोगों ने बवाल मचा रखा है। यहां क्वारंटीन किए जमातियों ने भागने की कोशिश की जिनमें से कुछ को पकड़ लिया गया है। लाहौर स्थित एक्सपो सेंटर फील्ड हॉस्पिटल में 400 से ज्यादा कोरोना संक्रमित क्वारंटीन सेंटर में रखे गए हैं। इनमें ज्यादातर तब्लीगी जमात से संबंधित हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संक्रमित जमाती सदस्यों ने अस्पताल में रहने से इंकार कर दिया और बाहर जाने की कोशिश में हंगामा करते हुए अस्पताल का गेट तोड़ दिया। कुछ मरीज निकल भी भागे लेकिन पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए उन्हें पकड़ लिया, साथ ही उत्तेजित अन्य मरीजों को समझाकर अस्पताल में अंदर किया। अस्पताल का प्रबंधन संभाल रहे डॉ. असद असलम के अनुसार मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती हो गई है।
अब हालात नियंत्रण में हैं। जमात के सदस्य मुहम्मद शब्बीर का कहना है कि अस्पताल में उन्हें जबरन रोककर रखा गया है जबकि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। ऐसा कई लोगों के साथ हुआ है। डॉक्टर क्वारंटीन पीरियड पूरा होने पर ही जाने की बात कह रहे हैं जबकि हम ठीक होने पर अब अपने घर जाना चाहते हैं। जबकि डॉ. असलम ने कहा है कि क्वारंटीन पीरियड पूरा किए बगैर घर जाने वाले लोग परिवार और समाज के लिए खतरा बने रहेंगे, इसलिए इलाज का प्रोटोकॉल पूरा किया जाना जरूरी है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान सरकार ने कट्टरपंथियों के दबाव में रमजान के दौरान मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दे दी थी। इसके बाद पाकिस्तान की शीर्ष चिकित्सा संस्था ने सरकार के मस्जिदों को खोलने के फैसले को लेकर चेतावनी दी थी और कहा था कि मस्जिदें कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने का बड़ा जरिया बन सकती हैं।