दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का बुरा हाल होने के बाद आपस में भिड़े दो बड़े नेता

दिल्ली विधानसभा चुनाव में देश की सबसे बड़ी और पुरानी पार्टी कांग्रेस दो बार से अपना खाता तक नहीं खोल पा रही है। पिछली बार की तरह इस बार भी कांग्रेस की एक भी सीट नहीं आने से पार्टी के 63 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने अरविंद केजरीवाल को जीत की बधाई दी। वहीं, दिल्ली महिला कांग्रेस चीफ शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उनसे चुभते हुए सवाल पूछे हैं। इधर, दिल्ली चुनाव प्रभारी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा कि AAP के आने के बाद कांग्रेस कभी भी अपना वोट बैंक वापस नहीं ला सकी।
पी. चिदंबरम के आम आदमी पार्टी को जीत की बधाई देने वाले ट्वीट को अपने ऑफिशल हैंडल से री-ट्वीट करते हुए शर्मिष्ठा ने कहा कि सर, उचित सम्मान के साथ बस इतना जानना चाहती हूं कि क्या कांग्रेस पार्टी राज्यों में बीजेपी को हराने के लिए क्षेत्रीय दलों को आउटसोर्स कर रही है? यदि नहीं, तो फिर हम अपनी हार पर मंथन करने के बजाय AAP की जीत पर गर्व क्यों कर रहे हैं? और अगर ऐसा है, तो हमें (प्रदेश कांग्रेस कमिटी) संभवत: अपनी दुकान बंद कर देनी चाहिए।’
With due respect sir, just want to know- has @INCIndia outsourced the task of defeating BJP to state parties? If not, then why r we gloating over AAP victory rather than being concerned abt our drubbing? And if ‘yes’, then we (PCCs) might as well close shop! https://t.co/Zw3KJIfsRx
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) February 11, 2020
वहीं, पीसी चाको ने दिल्ली चुनाव नतीजों पर निराशा जताते हुए कहा कि AAP के उदय के बाद कांग्रेस कभी भी अपना वोटबैंक वापस नहीं पा सकी। उन्होंने कहा कि 2013 में जब शीला जी दिल्ली की मुख्यमंत्री थी तभी से कांग्रेस का पतन शुरू हो गया था। एक नई पार्टी AAP का उभरना कांग्रेस का सारा वोट बैंक छीन ले गया। अब हम इसे कभी वापस नहीं पा सके हैं। यह अभी भी AAP के पास है।