दिल्ली: CM केजरीवाल का बयान, ‘अगर बाहरी मरीजों के लिए अस्पताल खोले तो…’

देश की राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसी को लेकर दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली सरकार और राजधानी के प्राइवेट अस्पतालों में अब केवल दिल्ली के निवासियों का ही इलाज होगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर बाहर के मरीजों के लिए अस्पताल खुले तो तीन दिन में सब बेड भर जाएंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे मार्च के महीने तक दिल्ली के सारे अस्पताल पूरे देश के लोगों के लिए खुले रहे। किसी भी समय दिल्ली के अस्पतालों में 60 से 70 फीसदी लोग दिल्ली के बाहर के थे। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं।
Delhi’s health infrastructure is needed to tackle Corona crisis at the moment https://t.co/GnTaCTDVkx
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 7, 2020
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बढ़ते कोरोना संकट के बीच अगर दिल्ली के अस्पताल बाहर वालों के लिए खोल दिए गए तो दिल्ली वालों का क्या होगा? उन्होंने कहा दिल्ली के 90 फीसदी लोगों ने कहा है कि जब तक कोरोना है तब तक दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वासियों का इलाज हो।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि कोरोना की स्थिति पर 5 डॉक्टरों की एक कमेटी बनाई थी उसने अपनी रिपोर्ट दी है। डॉक्टर महेश वर्मा इस समिति के अध्यक्ष थे। कमेटी ने कहा है कि जून के अंत तक दिल्ली को 15,000 बेड की जरूरत होगी। उनका कहना है कि फिलहाल दिल्ली के अस्पताल दिल्ली वासियों के लिए होने चाहिए, अगर बाहर के लोगों के लिए अस्पताल खुले तो 3 दिन में सब बेड भर जाएंगे। सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार की कैबिनेट का फैसला है कि दिल्ली सरकार के अस्पताल अब केवल दिल्ली के लिए होंगे। केंद्र सरकार के अस्पताल में कोई भी इलाज करा सकता है।