पुलिस के इस फैसले के बाद अब जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ नहीं सकेंगे आतंकी

जम्मू-कश्मीर में घुसपैठियों को रोकने के लिए पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है। जी हां, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्रकों के जरिए होने वाली घुसपैठ को रोकने के नेशनल हाइवे पर तैनात अपने सुरक्षाकर्मियों के लिए मोबाइल ऐप शुरू किया है, जिसमें जम्मू से श्रीनगर श्रीनगर से जम्मू आने वाले सभी ट्रकों का डाटा इकट्ठा किया जाएगा। इसके लिए बाकायदा पुलिस द्वारा जम्मू, कठुआ, साम्बा, उधमपुर, रामबान बनिहाल में बनाए गए मॉर्डन नाको पर एक स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाया गया है।
बता दें कि स्मार्टफोन में इस ऐप को पहले से डाउनलोड करके रखा गया है। इन नाकों पर जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर चलने हर ट्रक को रोक कर ट्रक ड्राइवर कंडक्टर के आधार कार्ड की सारी डिटेल ऐप में लोड की जाती हैं। जिसके बाद ट्रक ड्राइवर कंडक्टर की ट्रक के नंबर के साथ फोटो लेकर डाटा को अपलोड कर दिया जाता है। ये सारा डाटा कंट्रोल रूम में सेंट्रल कमांड सिस्टम में पहुंच जाता है। खास बात ये है कि सुरक्षाकर्मी भी इसमें कोई गलत जानकारी नहीं डाल सकते हैं, क्योंकि ये एप गलत जानकारी देने पर ऑटोमेटिक डाटा अपलोड नहीं करता है।
बता दें कि आतंकी घाटी में बैठे उनके मददगार लगातार पिछले कुछ सालों से नेशनल हाईवे को अपना निशान बनाते आ रहे हैं। इस साल जनवरी में जम्मू -श्रीनगर नेशनल हाईवे पर बन टोल प्लाजा भी ट्रक के जरिए घुसपैठ कर आतंकी कश्मीर पहुंचने की फिराक में थे, लेकिन उससे पहले ही सुरक्षाबलों ने वहां तीन आतंकियों को मार गिराया था। जबकि उनके मददगार दो आतंकियों को जिंदा भी पकड़ा गया था।
इससे पहले नेशनल हाईवे पर ही दोमाना इलाके में ट्रक में छिप कर कश्मीर जा रहे 3 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था. इन्ही सब वारदातों के बाद पुलिस ने अब इस एप के जरिये ट्रक से होने वाली घुसपैठ पर लगाम लगाने की नई शुरवात की है। वहीं 15 अगस्त की सुरक्षा के मद्देनजर भी पुलिस को कई तरह के इनपुट मिल रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि आतंकी बॉर्डर पार कर भारतीय सीमा में दाखिल होकर बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। ऐसे में जम्मू बॉर्डर से सटे पूरे हाईवे पर निगरानी तो की जा रही है, साथ ही हाईवे से गुजरने वाले ट्रक के साथ दूसरी गाड़ियों का भी ऐप के जरिये डाटा इकट्ठा किया जा रहा है।