पैदल या ट्रकों में आ रहे प्रवासी मजदूरों को अब इस राज्य में नहीं मिलेगी एंट्री, सरकार ने जारी किए आदेश

प्रवासी मजदूर लगातार हादसे का शिकार बन रहे हैं। कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 16 प्रवासी मजदूर ट्रेन हादसे का शिकार हो गए थे। अब यूपी के औरेया में कई मजदूर ट्रक में भरकर जा रहे थे जो सड़क हादसे का शिकार हो गए। जिसमें 24 मजदूरों की जान चली गई। वहीं, कई मजदूर घायल हो गए। इसी को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरह सख्त हो गई है। यूपी बॉर्डर पर अब प्रवासी मजदूर अवैध वाहनों से, बाइक से या पैदल चलकर नहीं आ सकेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मजदूरों के पलायन पर स्पष्ट निर्देश दिए हैं। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सीएम योगी ने औरैया सड़क हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी प्रवासी नागरिक को पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करने दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रवासियों के लिए हर बॉर्डर पर 200 बसें बॉर्डर के जिलों में व्यवस्थित की गई हैं। अब तक यूपी में 449 ट्रेनें आ चुकी हैं। यह पूरे देश में सबसे अधिक संख्या है। इन ट्रेनों से 5 लाख 64 हजार लोग यात्रा कर चुके हैं। शनिवार को ही 75 ट्रेनें आएंगी, 286 और ट्रेनों के संचालन को सहमति दी गई।
अधिकारी अवनीश अवस्थी ने आगे कहा कि अगर पूरी संख्या जोड़ी जाए तो लगभग 9 लाख 50 हाजर लोगों को या तो लाया जा चुका है, या लाने वाले हैं। अन्य प्रदेशों से प्रदेश की सीमा में पैदल, दो पहिया वाहन और ट्रक के जरिए किसी भी प्रवासी व्यक्ति आने की अब इजाजत नहीं होगी। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि प्रवासियों को क्वारनटीन, शेल्टर होम या अन्य जिलों में भेजे जाने के लिए पर्याप्त संख्या में प्राइवेट और स्कूल बसों की व्यस्था कराई जाए। पैदल व्यक्ति अगर किसी प्रकार से जिले में आते हैं तो उन्हें वहीं रोककर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुरूप कार्रवाई की जाए। किसी भी प्रवासी को सड़क या रेलवे लाइन पर न चलने दिया जाए।