प्रधानमंत्री मोदी ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को दिया बड़ा झटका

दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग करीब दो महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली से नोएडा जाने वाले कालिंदी कुंज के रास्ते को बंद किया हुआ है। जिससे नोएडा जाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए उनके ऑफिस पर पहुंचे थे लेकिन उन्हें पुलिस से मिलकर ही वापस लौटना पड़ा।
शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को कहा कि वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर चर्चा करना चाहते हैं। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर महिलाएं शामिल थीं। वे दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के इस इलाके में दिसंबर के मध्य से ही विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। यह बयान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी जो नागरिकता संशोधन कानून से जुड़े मुद्दों पर बात करना चाहता है वह उनके ऑफिस में आकर उनसे बात कर सकता है।
अमित शाह से मिलने के लिए पहुंचे भी लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी ने वाराणसी में सीएए पर बड़ा बयान देकर प्रदर्शनकारियों को बड़ा झटका दे दिया। शाहीन बाग में विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये कानून धार्मिक रूप से भेदभाव करता है।
गौरतलब है कि रविवार को मोदी वाराणसी में थे। उन्होंने चंदौली में प्रतिमा का अनावरण किया और सीएए पर बड़ा बयान दिया था। मोदी ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून, इन फैसलों का देश को सालों से इंतजार था। इन फैसलों को लेना बड़ा ही मुश्किल काम है। सरकार अपने फैैसलों पर अडिंग है।