बंगाल: अम्फान तूफान से अब तक 72 लोगों की मौत, ममता सरकार ने किया उचित मुआवजे का ऐलान

चक्रवाती तूफान अम्फान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बेहद तबाही मचाई है। कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में तबाही मचाने वाले अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ से करीब 72 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, हजारों मकान नष्ट हो गए और निचले इलाकों में पानी भर गया। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि जान-माल के नुकसान का आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि इससे सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों तक पहुंचना अभी संभव नहीं है।
अधिकारियों का कहना है कि पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में चक्रवात के कारण भारी बारिश और तूफान आने से खपरैल वाले मकानों के ऊपरी हिस्से तेज हवाओं में उड़ गए, पेड़ एवं बिजली के खम्भे उखड़ गए और निचले शहरों एवं गांवों में पानी भर गया। कोलकाता में 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने कारों को पलट दिया और पेड़ एवं खम्भे उखड़कर गिर जाने से कई अहम रास्ते बाधित हो गए।
72 people have died in West Bengal so far: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee (in file pic) #CycloneAmphan pic.twitter.com/ISbqDyyy0N
— ANI (@ANI) May 21, 2020
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि चक्रवात के कारण इन जिलों में गत रात हजारों लोग बेघर हो गए। उन्होंने बताया कि राज्य और शहर में 1000 से अधिक मोबाइल टावर पूरी तरह ध्वस्त हो गए। कोलकाता के निचले इलाकों में सड़कें और मकान जलमग्न हो गए। कोलकाता और राज्य के अन्य हिस्सों में कई जर्जर इमारतें ढह गईं।
यूनेस्कों की धरोहर में शामिल सुंदरवन डेल्टा के तटबंध इस चक्रवात के कारण टूट गए। राज्य के कृषि विभाग के अनुसार बर्दवान, पश्चिम मिदनापुर और हुगली जिलों में धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। एनडीआरएफ और राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) के दल सड़कों को साफ करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य में जुटे हैं।