भारत के बाद अब इस देश ने भी चाइनीज ऐप TikTok और WeChat पर लगाया बैन

गलवान घाटी में हुई हिंसा के बाद से भारत में चीनी सामान का बहिष्कार करने की आवाज़ जोरो-शोरो से उठने लगी। जिसके बाद मोदी सरकार ने चीन के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन भारत के बाद अब अमेरिका ने भी चीन के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया है। जीं हां, अमेरिका ने भी सोशल मीडिया वीडियो ऐप टिकटॉक और मैसेंजर एप्लीकेशन के इस्तेमाल पर रोक लगाने का फैसला किया है। इस तरह से देखे तो भारत के बाद अब अमेरिका ने भी चाइना को बड़ा झटका दिया है।
बता दें कि इन ऐप पर रोक लगाने के लिए अमेरिका में पिछले कई हफ्ते से चर्चा चल रही थी, जिसके बाद अब रविवार से दोनों ऐप पूरी तरह से बैन हो जाएंगे। पिछले दिनों राष्ट्रपति की ओर से जारी निर्देश में कहा गया था कि इन ऐप्स से उपयोगकर्ताओं से बड़ी संख्या में जानकारी ली जा रही है और ये जोखिम वास्तविक हैं। इस डेटा को संभवतः चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। ये डेटा संभावित रूप से चीन को संघीय कर्मचारियों और ठेकेदारों के स्थानों को ट्रैक करने, ब्लैकमेल के लिए व्यक्तिगत जानकारी के डोजियर बनाने और कॉर्पोरेट जासूसी करने की अनुमति दे सकता है।
दरअसल, अमेरिका की तरफ से टिकटॉक को 45 दिनों के अंदर बेचने या फिर प्रतिबंध के लिए तैयार रहने की की चेतावनी दी गई थी। अमेरिका के इस चेतावनी को चीन ने गैंगस्टर तर्क और दिन दहाड़े लूट करार दिया था। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा था कि बिना किसी ठोस साक्ष्य के अमेरिकी प्रशासन अनुमान के आधार पर उसे दोषी मानकर टिकटॉक को 45 दिनों के भीतर बेचने को मजबूर करने नहीं तो उस पर बैन लगाने की कार्रवाई कर रहा है।
मंत्रालय के प्रवक्ता चुनयिंग ने आगे कहा था कि “यह कदम पूरी तरह अपमानजनक है। पूरी अमेरिकी सरकार एक खरगोश का शिकार करने वाले बाघ की तरह काम कर रही है। इसके साथ ही, एक मनगढ़ंत आरोपों के साथ यह दुनियाभर में हुवेई को शिकार बना रहा है।