मुसलमानों ने दी चेतावनी, कहा-‘सामूहिक नवाज पर लगाई रोक तो अंजाम भुगतने के लिए रहें तैयार’

पूरा विश्व कोरोना संकट महामारी से जूझ रहा है। सभी सरकारें इसकी दवाई खोजने में लगी हैं। साथ ही लोगों से इससे बचने के उपाय भी बताए जा रहे हैं। जिनमें से एक है सोशल डिस्टेंशिंग। जी हां, देश-विदेश में लोगों को किसी से हाथ ना मिलाने। साथ ही, सोशल डिस्टेंशिंग का भी ख्याल रखने के लिए कहा गया है। लेकिन पाकिस्तान के 50 से ज्यादा उलेमा व धार्मिक संगठनों के नेताओं ने कोरोना वायरस महामारी के बीच पड़ रहे पवित्र इस्लामी महीने रमजान में सामूहिक नमाजों पर रोक नहीं लगाने की चेतावनी दी है।
जानकारी के मुताबिक, कोरोना महामारी के बीच पाकिस्तान में संघीय व प्रांतीय सरकारों ने मस्जिदों में सामूहिक नमाजों पर रोक लगाई हुई है। दुनिया के कई मुस्लिम बहुल देशों में ऐसी ही रोक लगी है और वहां इस पर अमल भी हो रहा है लेकिन पाकिस्तान में बीते हर जुमे पर सामूहिक नमाज को लेकर लोगों और पुलिस में झड़प की खबरें सामने आई हैं।
रमजान के महीने में रात की नमाज के बाद पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज तरावीह को लेकर सऊदी अरब से इस आशय की खबरें आ चुकी हैं कि वहां कह दिया गया है कि यह नमाज भी इस बार कोरोना के कारण घर पर ही पढ़ी जाए। पाकिस्तान में सरकार अभी इस बारे में कुछ कहती, इससे पहले ही उलेमा की चेतावनी आ गई कि रमजान में तरावीह और अन्य सामूहिक नमाजों पर रोक सहन नहीं की जाएगी।