यूपी: CM योगी ने लिया ये बड़ा फैसला, पूरी तरह होगा कोरोना वायरस का सफाया

कोरोना वायरस ने दुनिया भर में तबाही मचाई हुई है। हर कोई कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। भारत में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 21 हजार के पार हो चुकी है। वहीं, 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया है।
वैश्विक महामारी कोरोना (covid 19) को हराने के लिए पूरा देश एकजुट होकर खड़ा है। केंद्र सरकार महामारी को फैलने से रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने प्रदेश से कोरोना का संक्रमण पूरी तरह खत्म करने के लिए कड़े से कड़े फैसले ले रहे हैं। उन्होंने इस जंग में कई ऐसे फैसले लिए हैं जिनकी तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं। सीएम योगी के कड़े फैसलों का असर प्रदेश में दिखने लगा है और पांच जिले कोरोना मुक्त भी हो गए हैं।
हाल ही में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना की जांच के स्तर को 10 गुना अधिक बढ़ाने का फैसला लिया है। वर्तमाम समय में राज्य में कुल 3,200 टेस्ट किए जा रहे थे। लेकिन, बढ़ते संक्रमण के खतरे पर सरकार ने इसे बढ़ाने का फैसला लिया है। इस बारे में संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के निर्देशक प्रोफेसर आर.के.धीमान ने कहा कि, राज्य में ज्यादा से ज्यादा जांच के लिए परीक्षण की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। क्योंकि, संक्रमण को रोकने के लिए टेस्टिंग करना काफी आवश्यक है।
डायरेक्टर धीमान ने बताया कि, उनके इंस्टीट्यूट में भी टेस्ट के लिए ज्यादा से ज्यादा नमूने लाए जाएंगे। इस समय हर रोज 400 नमूनों की जांच की जाती है। इसके अलावा प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों में भी हफ्ते के सातों दिन 24 घंटे टेलीमेडिसिन की सुविधा भी चल रही है। इस संकट की स्थिति में हम बड़े भाई की भूमिका की तरह लोगों के लिए हेल्पलाइन सुविधा चला रहे हैं। अब उनकी सुविधा डिजिटल प्लेटफॉर्म, व्हाट्सएप और जूम पर भी उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि, कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में उनका संस्थान सुरक्षा के सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण भी दे रहा है। जिससे संक्रमित मरीजों का इलाज करने में मदद मिलेगी।