राहुल गांधी ने सरकार को LOCKDOWN खोलने की दी सलाह

देश में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गृह मंत्रालय की ओर से कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन 3.0 का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही कुछ रियायतें भी दी गई हैं। तो वहीं, विपक्ष सरकार को अपने काम में पारदर्शिता बरतने की सलाह दे रही हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को अपने कार्यों में थोड़ी पारदर्शिता बरतें की सलाह दी है।
राहुल गांधी का कहना है कि केंद्र सरकार कोरोना वायरस को लेकर जो कार्य कर रही है वह अपने कार्यों में थोड़ी पारदर्शिता बरतें। हमें यह समझने की जरूरत है कि जब वे कोरोना वायरस लॉकडाउन में ढील देते हैं तो उसके परिणाम क्या होंगे और खुलने का मापदंड क्या होगा?
राहुल गांधी ने आगे कहा कि यह आलोचना करने का समय नहीं है, हमें लॉकडाउन खोलने के लिए एक रणनीति की जरूरत है। कोई भी व्यवसायी आपको बताएगा कि आर्थिक आपूर्ति श्रृंखला और ‘रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के बीच टकराव है, जिसे हल करने की जरूरत है। राष्ट्रीय स्तर पर रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन का सीमांकन किया गया है। इन जोन को जिला मजिस्ट्रेटों को मिलाकर राज्य स्तर पर तय किया जाना चाहिए। हमारे सीएम कह रहे हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर जो रेड जोन हैं, वे वास्तव में ग्रीन जोन और इसके विपरीत हैं।
This is not the time to criticise, we need a strategy to open the lockdown. Any businessman will tell you that there is a clash between economic supply chain and 'red, orange and green zones', that need to be resolved:Rahul Gandhi https://t.co/M93gK52gV0 pic.twitter.com/OYX0mKCVra
— ANI (@ANI) May 8, 2020
इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग इस लॉकडाउन की वजह से जूझ रहे हैं उनकी मदद किए बिना हम लॉकडाउन को जारी नहीं रख सकते। मैं सरकार से अनुरोध करूंगा कि वो राज्य सरकारों को, जिलाधिकारी को अपने पार्टनर के तौर पर देखें और फैसले लेने को केंद्रीकृत न करें। जिस हालात में हम अब हैं उससे हमें आगे निकलना है। लॉकडाउन हुआ ठीक है अब खोलने के लिए स्ट्रेटजी की जरूरत है, उसमें कांग्रेस पार्टी सहयोग करने को तैयार है।
लॉकडाउन के पहले कोरोना घातक बीमारी नहीं थी, लॉकडाउन के बाद ये लोगों के दिमाग में घातक बीमारी हो गई है। ये 1% लोगों के लिए घातक है। अगर हम लॉकडाउन को हटाना चाहते हैं तो हमें डर के माहौल को मिटाना ही पड़ेगा। नहीं तो आप सब कुछ खोल दो कोई बाहर नहीं आने वाला है।