लॉकडाउन के बाद भी नहीं रुका कोरोना का कहर तो सरकार उठाएगी ये बड़ा कदम

देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक इस संक्रमण से देश में मरने वालों की संख्या करीब 20 के पास पहुंच गई है। आंकड़ों के मुताबिक, 71 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें दिल्ली में चार शामिल हैं। भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार मौतों की कुल संख्या 19 है, जबकि 88 नए मामलों की सूचना दी गई है। उसके अनुसार, संक्रमित लोगों की संख्या एक हजार के पार हो गई है। इसमें मुंबई की दो महिलाओं की मौतों को जोड़ा नहीं गया है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में सोपोर के एक 65 वर्षीय व्यापारी और राजस्थान के भीलवाड़ा निवासी 73 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत की भी खबर है।
आपको बता दें कि इस संक्रमण से अब तक मौतों में बुजुर्गों की संख्य अधिक है। अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो सरकार लॉकडाउन के बाद कोई ठोस कदम उठा सकती है। सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार लॉकडाउन के बाद खांसी,जुकाम के मरीजों की कोरोना जांच शुरू करवाएगी ताकि पता चल सके और कितने लोगों में ये संक्रमण अभी तक फैला है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा है कि सरकारी प्रयोगशालाओं की संख्या में वृद्धी की जाएगी ताकि समय पर लोगों का इलाज किया जा सके। निजी प्रयोगशाला को मंजूरी देने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। देश में अभी सरकारी प्रयोगशालाओं में हर दिन 10 हजार से ज्यादा नमूनों की जांच की व्यवस्था है लेकिन वास्तविक टेस्ट इसके अनुमान में काफी कम हो रहा है। जानकारी के मुताबिक पिछले दो महीने में करीब 17 हजार टेस्ट हुए है, इस बीच केंद्र सरकार ने टेस्ट की क्षमता बढ़ाने के लिए 10 लाख अतिरिक्त कीट के लिए आर्डर जारी किए हैं।
कोरोना वाइरस की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि काफी लोगों में शुरूआत के दिनों में इसके संक्रमण के लक्षण नजर ही नहीं आते है। जबकि वे लोग ही बाकी लोगों से मिल कर इस महामारी को फैला रहे हैं। ऐसे मामलों के जांच के लिए सरकार रैंडम सैंपलिंग का तरीका भी अजमा सकती है, ताकि इस प्रकार के मामलों का आंकलन किया जा सके।