CAA के खिलाफ शाहीन बाग में फिर से धरना देने की तैयारी, फोर्स की गई तैनात

पिछले साल दिसंबर के महीने में देश के कई इलाकों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ। सबसे ज्यादा प्रदर्शन का असर दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में देखने को मिला। मार्च की महीने में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने देश में लॉकडाउन लागू कर दिया। जिसके बाद इन प्रदर्शन कारियों का जबरन धरने पर से उठाया गया। लेकिन एक बार फिर से लॉकडाउन में ढील मिलते ही शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में धरना-प्रदर्शन की तैयारी शुरू हो गई है। बुधवार को पुराने धरनास्थल पर चहल-पहल की सूचना मिलने ही पुलिस हरकत में आ गई और भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन से जुड़े लोग सक्रिय हो गए हैं। ये लोग पिछले चार-पांच दिनों से शाहीनबाग और उसके पास के क्षेत्र में धरने से जुड़े लोगों के घरों में बैठक कर रहे थे। पहले धरने के दौरान पहुंचे लोगों का जो डाटा जुटाया गया था। शाहीनबाग में दोबारा धरना करने से संबंधित कुछ संदेश हाथ लगने और खुफिया रिपोर्ट के बाद पुलिस शाहीनबाग पहुंच गई। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कुछ लोग चहलकदमी कर रहे थे, जिन्हें पुलिस ने हटा दिया।
संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में 100 दिनों तक धरना प्रदर्शन चला था। सड़क पर ही टेंट लगा दिया गया था। इससे आम लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कत होती थी। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी यह बड़ा मुद्दा बना। मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा। इसके बाद सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दो वार्ताकारों को नियुक्त किया था। कोर्ट ने वार्ताकारों से कहा था कि वे प्रदर्शन स्थल पर जाकर प्रदर्शनकारियों से प्रदर्शन खत्म करने के लिए तैयार करें लेकिन वार्ताकार इसमें सफल नहीं हो सके थे।